विश्कर्मा पूजा कब और क्यों मनाया जाता है
17 सितंबर
को ही क्यों मनाया जाता है विश्वकर्मा पूजा
सृष्टि के रचयिता ब्रम्हा जी के सातवें पुत्र विश्वकर्मा भगवान का जन्म 17 सितंबर को हुआ था
इसलिए हर साल इस दिन विश्वकर्मा भगवान की पूजा की जाती है.
विश्वकर्मा भगवान दुनिया का पहले शिल्पकार, वास्तुकार और इंजीनियर थे
धर्म शास्त्रों के अनुसार
जब सृष्टि का निर्माण किया गया तो भगवान ब्रह्मा
धरती की संरचना का कार्य भगवान विश्वकर्मा को दिया था
जो कि ब्रह्मा जी के सातवें पुत्र कहे जाते हैं
इसलिए भगवान विश्वकर्मा के प्राक्टय दिवस के दिन विश्वकर्मा पूजा की जाती है
और हिंदू धर्म में इसका खास महत्व माना गया है
मुहूर्त
सुबह 10 बजकर 15 मिनट से दोपहर 12 बजकर 26 मिनट तक
रहेगा