झारखंड का मुख्य त्यौहार कौन सा है 

यह झारखंड की जनजातीय आबादी का प्रमुख त्योहार है 

सरहुल का शाब्दिक अर्थ साल वृक्ष की पूजा है 

सरहुल को प्रकृति की पूजा के रूप में भी पुनः परिभाषित किया जा सकता है 

जिसमें स्थानीय लोग भगवान राम की पत्नी सीता को 'धरतीमाता' के रूप में पूजते हैं 

भाई बहन की अटूट प्रेम व झारखंड संस्कृति की करमा पर्व सोमवार को शुरू हुअा 

विभिन्न गांव की युवती तालाब जोड़ियां एवं नदी में स्नान कर जावा डाली 

नौ प्रकार के बीज कुरथी मूंग आदि डालकर प्रतिदिन सुबह शाम अपनी-अपनी क्रम अखारा  

में जावा डाली रख नृत्य गीत करती हैं नव विवाहिता युवती के लिए करमा पर्व  

आनंद उत्सव से ओतप्रोत भरा होता है नवविवाहिता करमा पूर्व में 

ससुराल से अपने अपने मायके चली आती हैं 

अपनी सहेली के साथ जावा नृत्य गीत करती करती हैं