राष्ट्रीय विरासत विकास और विस्तार योजना 2023। Rashtriy Virasat Vikas aur vistar Yojana 2023।
-21 जनवरी 2015 को प्रत्येक विरासत शहर के विरासत चरित को संरक्षित करने के लिए एक समावेशी तरीके से शहरी नियोजन आर्थिक विकास और विरासत संरक्षण को एक साथ लाने के उद्देश्य से शुरू की गई थी। योजना कुछ अमूर्त संपत्तियों को पुनर्जीवित करने के साथ-साथ समाज को घाटो मंदिरों आदि

राष्ट्रीय विरासत विकास और विस्तार योजना 2023। Rashtriy Virasat Vikas aur vistar Yojana 2023।
राष्ट्रीय विरासत शहर विकास और विधि योजना:-21 जनवरी 2015 को प्रत्येक विरासत शहर के विरासत चरित को संरक्षित करने के लिए एक समावेशी तरीके से शहरी नियोजन आर्थिक विकास और विरासत संरक्षण को एक साथ लाने के उद्देश्य से शुरू की गई थी। योजना कुछ अमूर्त संपत्तियों को पुनर्जीवित करने के साथ-साथ समाज को घाटो मंदिरों आदि जैसे विरासत संपत्तियों के लिए संबंध शहरी बुनियादी ढांचे के पुनरुद्धार सहित मुख्य विरासत बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के विकास का समर्थन करेगी। इन पहलो में स्वच्छता सुविधाओं सड़कों स्वर जनिक परिवहन और पार्किंग Nagrik sevaon suchna किओस्क आदि का Vikash Shamil hoga।
4 वर्ष की अवधि नंबर 2018 में पूर्ण और ₹500 करोड़ मिलियन के कुल परिवार के साथ या योजना 130 जनहित शहरों आर्थिक अजमेर अमरावती अमृतसर बादामी द्वारका गया में लागू करने के लिए निर्धारित है। कांचीपुरम मथुरा पुरी वाराणसी वेलकनी भेलौर और वारगल।
उद्देश
योजना के उद्देश्य है,
- Virasat संवेदनशील Buniyadi ढांचे की Yojana Vikas aur karya
- Aitihasik shahar के मुख्य क्षेत्रों में Seva vitran aur buniyadi dhanche ka प्रवधान
- विरासत को संरक्षित और पुनः जीवित करें जिससे पर्यटक सीधे शहर के अनूठे चरित से जुड़ सकें
- शहरी नियोजन विकास सेवा प्रधान और वितरण के आधार के रूप में प्रकृति संस्कृति जीवित और निर्मित
- विरासत शहरों की विरासत संपत्ति सूची का विकास और दस्तावेजीकरण
- स्वर जनिक सुविधाओं शौचालय पानी के नल स्ट्रीट लाइट जैसे स्वर सकता सेवाओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए बुनियादी
सेवाओं के वितरण का कार्य और विधि पर्यटक सुविधाओं में सुधार के लिए नवीनतम तकनीक ओके उपयोग के साथ।
समावेशी विरासत आधारित उद्योग के लिए हसाने क्षमता वृद्धि

हृदय योजना के लाभ।
- जिन पर्यटक स्थलों का चुनाव वह है वह सब काफी प्रसिद्ध है लेकिन उनमें पर्यटकों के लिए सुविधाओं का आभाव हैं इस योजना के बाद इन शहरों में पर्यटन सुविधाओं में सुधार होगा।
- Jin shahron ka is Yojana ka main chuna hua hai वहां के निवासियों के लिए Unke Shahar ka Vikas aur vahan ki Virasat ka sanrakshan तो होगा ही साथ ही उनके लिए रोजगार के नए अवसर भी होगा।
- इस योजना से पर्यटन सुविधाओं में सुधार होगा तो पर्यटन के क्षेत्र में वृद्धि होगी जो अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद होगा।
- इस योजना को आप अर्थव्यवस्था में निवेश के तौर पर भी समझ सकते हैं जो बाद में पर्यटन के क्षेत्र में वृद्धि के रूप में देश को प्राप्त होगा।
हृदय योजना की महत्वपूर्ण बातें
- Hriday Yojana mein Desh ke Virasat sthalon ko sanrakshit करने के साथ-साथ उनके संपूर्ण पारिस्थितिक तंत्र को Tandurust karne ki Yojana hai
- Ismein 12 aise shahron ko chuna gaya hai jo Virasat Sthal hai
- इसका बजट ₹500 है जो केंद्र सरकार के जिम्मे है।
- इस योजना में जिन शहरों का चयन किया गया है उन्हें केंद्रीय संस्कृत मंत्रालय केंद्र सरकार और राज्य सरकारों ने मिलकर चुना है।
- ऐतिहासिक इमारतों में जल प्रबंध साफ-सफाई बिजली सप्लाई पार्टनर सुविधा केंद्र जैसी सुविधाओं को दुरुस्त करने के लिए यह योजना शुरू हुई।
- या योजना विदेशी पर्यटकों ओक में भारत के प्रति आकर्षण पैदा करेगी।
- Hriday Yojana ke liye Paisa release AVN karya।
- Hriday scheme के तहत 2018 में सरकार ने 421.27 करोड़ का बजट पास किया था। जिसमें से 241. 26 करोड़ रिलीज हो चुके हैं। शुरू में जब यह योजना को शुरू किया तो इस योजना का कुल बजट 500 करो रखा गया।
- सरकार द्वारा शहरों के हिसाब से राशि का अवतल शहर की आबादी एवं क्षेत्रफल की दृष्टि से रखा गया है। इसमें से सबसे ज्यादा राशि वाराणसी शहर को आरती की गई है क्योंकि वाराणसी एवं बहुत बड़ा धार्मिक शहर है इन सभी 12 शहरों में से सबसे अधिक प्रचलित एवं फेमस भी बनारसी ही है।
वाराणसी
- रसी शहर में हर साल सबसे अधिक लोग आते हैं देश के अलग-अलग राज्यों से एवं विदेशों से भी ज्यादातर लोग बनारसी भ्रमण करने के लिए आते हैं।
- वाराणसी मैं लोग गंगा दर्शन करके गंगा जी की आरती करने आते हैं यह आसपास और बहुत सारे धार्मिक स्थल है जैसे काशी विश्वनाथ जी का विशाल मंदिर जहां सावन का मेला भी लगता है।
हृदय योजना के फायदे
इस योजना के अंतर्गत देश के पुराने विरासत धार्मिक संस्कृति और पयर्टन स्थालो के आसपास के क्षेत्रों जिन भी शहर का चयन हुआ है उसके आसपास के गांव शहर का विकास होगा जल आपूर्ति स्वच्छता जल निकासी आने जाने का सरल मार्ग स्टीक लाइट बिजली की व्यवस्था पर्यटक सुविधाएं मंदिर रोड पब्लिक ट्रांसपोर्ट होटल शौचालय की संपूर्ण व्यवस्था उपलब्ध कराना इसे कई प्रकार के रोजगार भी सज्जन होंगे।
हृदय योजना कब शुरू की गई थी।
हृदय योजना यानी राष्ट्रीय विरासत शहर विकास और वृद्धि योजना इसकी शुरुआत 21 जनवरी 2015 को केंद्र आवास एवं शहरी विकास मामलों के मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया था हृदय योजना की अवधि 4 साल की थी और यह कार्यालय 2023 को पूरा किया हो गया।