परंपरागत कृषि विकास योजना 2023। Paramparagat krishi Vikas Yojana online registration
इस राशि से 31000 जैविक पदार्थ जैसे कीटनाशक बी जैविक उर्वरक आदि खरीदने के लिए दी जाएगी। इसके अलावा किसानों को 8800 मूल्य वर्धन और विपन के लिए तथा 3000 क्लस्टर निर्माण एवं क्षमता निर्माण के लिए आर्थिक मदद करेगी

परंपरागत कृषि विकास योजना 2023। Paramparagat krishi Vikas Yojana online registration
Paramparagat krishi Vikas Yojana 2023: केंद्र सरकार द्वारा देश के किसानों के लिए जैविक खेती करने हेतु परंपरागत कृषि विकास योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना की शुरुआत साहिल हेल्थ योजना के तहत की गई है। जैविक खेती से मिट्टी का उर्वरकता और अधिक बढ़ाया जा सकेगा। इसमें कम कीटनाशकों कृषि रसायनों का उपयोग करने से भी अच्छी खासी स्वास्थ्य के लिए लाभदायक रहेगा।
इस योजना के माध्यम से सरकार द्वारा देश के किसानों को जैविक खेती के लिए जागरूक किया जा रहा है। अगर आप भी इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं। तो हम आपको अपने पोस्ट के माध्यम से इस योजना से संबंधित पूरी जानकारी देने वाले हैं। आप हमारे इस पोस्ट में अंत तक बन रहे। ताकि आपको भी इस योजना से संबंधित जानकारी मिल सके।
परंपरागत कृषि विकास योजना 2023
Paramparagat krishi Vikas Yojana 2023 केंद्र सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र में विकास के लिए परंपरागत कृषि विकास योजना का शुरूआत किया गया है। इस योजना के माध्यम से जैविक खेती करने के लिए किसानों को जागरूक किया जाएगा तथा किसान भाइयों का सरकार द्वारा आर्थिक सहायता भी की जाएगी। जैविक खेती से मिट्टी की गुणवत्ता को भी बढ़ाया जा सकेगा। मिट्टी की गुणवत्ता बढ़ाने से किस ज्यादा मात्रा में अपने फसल उगा सकेंगे। इस योजना के माध्यम से सरकार आवेदक किसानों को जैविक खेती करने हेतु 3 साल के लिए₹50000 प्रति हेक्टेयर की आर्थिक मदद करेगी।
इस राशि से 31000 जैविक पदार्थ जैसे कीटनाशक बी जैविक उर्वरक आदि खरीदने के लिए दी जाएगी। इसके अलावा किसानों को 8800 मूल्य वर्धन और विपन के लिए तथा 3000 क्लस्टर निर्माण एवं क्षमता निर्माण के लिए आर्थिक मदद करेगी। इस योजना के माध्यम से दी जाने वाली राशि लाभार्थी किसानों के खाते में डायरेक्ट ट्रांसफर की जाएगी। परंपरागत कृषि स्कीम के माध्यम से पिछले 4 वर्षों में 1197 करोड रुपए खर्च किए जा चुके हैं।
परंपरागत कृषि विकास योजना 2023 के उद्देश्य
सरकार द्वारा परंपरागत कृषि विकास योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य है कि किसान भाइयों को जैविक कृषि हेतु जागरूक करना है। इस योजना के माध्यम से किसानों को देवी खेती करने के लिए शिक्षा शादी जाएगी। इसके अलावा परम सागर कृषि विकास योजना 2010 के माध्यम से रासायनिक एवं पौष्टिक भोजन का उत्पादन हो सके क्योंकि जैविक खेती में काम सीखना सकूं का उपयोग किया जाता है। परंपरागत ऋषि विकास योजना देश के नागरिकों को शहर में सुधार करने के लिए भी उपयोगी साबित होगा।
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परंपरागत कृषि विकास योजना के लाभ
भारत सरकार द्वारा परंपरागत कृषि विकास योजना का शुरूआत किया गया है।
इस योजना को सोयल हेल्थ योजना के अंतर्गत शुरू किया गया है।
इस योजना के माध्यम से मिट्टी की उर्वरकता को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
Paramparagat krishi Vikas योजना 2023 के माध्यम से क्लस्टर निर्माण क्षमता निर्माण आंदोलन के लिए प्रोत्साहन मूल्यवर्धन और विवरण के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है।
इस राशि में से 31000 रुपए प्रति हेक्टेयर जैविक उर्वरकों और कीटनाशकों बीजों इत्यादि के लिए दिया जाएगा।
परंपरागत कृषि विकास योजना की मुख्य विशेषताएं
जैविक खेती के लिए चुना गया क्लस्टर 20 हेक्टेयर या 50 एकड़ की सीमा और जितना संभव हो उतना भरना चाहिए।
इस योजना के अंतर्गत बजट आवंटन का काम से कम 30% महिला लाभार्थी किसानों को निर्धारित करना आवश्यक है।
परंपरागत कृषि विकास योजना की पात्रता
आवेदक India का अस्थाई निवासी होना चाहिए
इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने के लिए आवेदक किस होना चाहिए।
The applicant must be above 18 years of age.
परंपरागत कृषि विकास योजना के अंतर्गत आवेदन करने के लिए महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट।
आधार कार्ड
निवासी प्रमाण पत्र
आय प्रमाण पत्र
बर्थ सर्टिफिकेट
राशन कार्ड
मोबाइल नंबर
पासवर्ड साइज फोटो
परंपरागत कृषि योजना के अंतर्गत आवेदन करने की प्रक्रिया
सबसे पहले इस yojana की officel Webiste पर जाना होगा
pgsindia-ncof.gov.in
अब आपके सामने इस वेबसाइट का होम पेज ओपन होगा होम पेज पर आपको अप्लाई नौ के ऑप्शन पर क्लिक करना है।
उसके बाद आपके सामने इस योजना के form Opne होगा
इस form में पूछी गई सभी जानकारी आपको सही-सही दर्ज करनी है।
इसके बाद मांगी गई सभी डॉक्यूमेंट को अपलोड करना है।
इस प्रक्रिया को पालन करके आप परंपरागत कृषि विकास योजना के अंतर्गत आवेदन बहुत ही आसानी से कर सकेंगे।