chandrayaan-3 का सफर शुरू | Chandrayaan -3 ka Safar Shuru
तालियों की गड़गड़ाहट और जयघोष के बीच भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के महत्वकांक्षी एलबीएस तीन रॉकेट पर सवार होकर धोने का गाना गुब्बारा छोड़ते हुए chandrayaan-3 शुक्रवार दोपहर 2:35 में शानदार अंदाज में चंद्रमा की ओर रवाना हुआ

chandrayaan-3 का सफर शुरू | Chandrayaan -3 ka Safar Shuru
तालियों की गड़गड़ाहट और जयघोष के बीच भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के महत्वकांक्षी एलबीएस तीन रॉकेट पर सवार होकर धोने का गाना गुब्बारा छोड़ते हुए chandrayaan-3 शुक्रवार दोपहर 2:35 में शानदार अंदाज में चंद्रमा की ओर रवाना हुआ। श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपण के 16 मिनट बाद LVM3 रॉकेट ने इसे सफलतापूर्वक पृथ्वी की कक्षा में स्थापित कर दिया। इसरो के अध्यक्ष एम सोमनाथ ने भारत के तीसरे चंद्र अभियान chandrayaan-3 के सफल प्रशिक्षण के बाद कहा कि

chandrayaan-3 ने चंद्रमा की और अपनी यात्रा शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि chandrayaan-3 को 1 अगस्त से चंद्रमा की कक्षा में स्थापित करने की योजना है। chandrayaan-3 मिशन में 1 सदस्य प्रणोद मॉड्यूल लेटर मॉड्यूल और एक रोवर शामिल है जिनका उद्देश्य अंतर ग्रहीय अभियानों के लिए आवश्यक नई प्रयोगी को विकसित करना और प्रदर्शित करना है। सोमनाथ ने बताया कि चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लेटर की Soft Lending के बाद इसके भीतर से रोवर बाहर निकलेगा।
और चंद्र शतावर चल अकादमी कर अपने उपकरण एपी एक्स अल्फा पार्टिकल x-ray स्पेक्ट्रोमीटर की मदद से 14 दिनों तक अन्य पोषण कार्य को अंजाम देगा मिशन के जरिए इसरो Chandrama par Pani और खनिज की मौजूदगी की जांच करना चाहता है।
16 मिनट बाद प्रमोद मॉड्यूल रॉकेट से सफलतापूर्वक अलग chandrayaan-3 को सटीक कक्ष में किया स्थापित।
22 दिन तक पृथ्वी की कक्षा में चक्कर लगाता रहेगा chandrayaan-3 मैन्यू वर्क के जरिए बढ़ाएगा कक्ष का दायरा।
170 किलोमीटर निकटतम और 36500 किलोमीटर सुदर्शन बिंदु पर लगभग 5-6 बार करेगा पृथ्वी की परिक्रमा।
06 दिनों तक चंद्रमा की तरफ बढ़ता रहेगा चंद्रयान इस दौरान पृथ्वी की कब से चंद्रमा की कक्ष में होगा शिफ्ट।

नरेंद्र मोदी का chandrayaan-3 मिशन के लिए शुभकामनाएं
chandrayaan-3 ने भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक नया अध्याय लिखा है यह हर भारतीय के सपनों और महत्वाकांक्षाओं को ऊपर उठाते हुए ऊंची उड़ान भरता है यह महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
इसरो के अध्यक्ष एवं सोमनाथ
बधाई हो भारत chandrayaan-3 ने चंद्रमा की ओर अपनी यात्रा शुरू कर दी है हमारे प्रिय एलवीएम 3 ने पहले ही chandrayaan-3 को पृथ्वी के चारों ओर सटीक कक्षा में स्थापित कर दिया है आइए हम chandrayaan-3 को आगे की कक्ष में बढ़ाने की प्रक्रिया तथा आने वाले दिनों में चंद्रमा की और इस की यात्रा के लिए शुभकामनाएं व्यक्त करते हैं।
हजारों लोग ऐतिहासिक क्षणों के गवाह बने।
पूरे भारत के लिए शुक्रवार एक ऐतिहासिक दिन था chandrayaan-3 की लॉन्चिंग का गवाह बनने के लिए हजारों लोग सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र पहुंचे चिलचिलाती गर्मी और शुष्क मौसम के पूर्व अनुमान के बावजूद उत्साह अंतरिक्ष प्रेमियों ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच एलबीएम 3 रॉकेट को chandrayaan-3 को सफलतापूर्वक अंतरिक्ष की ओर ले जाते देखा तमिलनाडु आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से 10,000 से अधिक लोग सुबह से ही यहां जमे थे इन्होंने सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के मुख्य प्रवेश द्वार के निकट इसरो द्वारा निर्धारित एक गलियारे से परीक्षण देखने की अनुमति दी गई थी।