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Chandigarh parvarish  Yojana । चंडीगढ़ परवरिश योजना अनाथ बच्चों को दे रही है आर्थिक मदद

यह योजना अनाथ बच्चों को शिक्षा चिकित्सा से लेकर भरण पोषण तक की सभी सुविधा देती है।  साथी सरकार द्वारा प्रत्येक बच्चे के नाम पर ₹300000 का फिक्स्ड डिपॉजिट भी किया जाता है। जो उन्हें 21 वर्ष की आयु पूरी होने के बाद दिया जाएगा

Chandigarh parvarish  Yojana । चंडीगढ़ परवरिश योजना अनाथ बच्चों को दे

रही है आर्थिक मदद

 

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Chandigarh parvarish Yojana:- देश के केंद्र प्रशासित प्रदेश चंडीगढ़ में कोविद-19 में अनाथ हुए बच्चों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए  चंडीगढ़ परवरिश योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के माध्यम से कोरोनावायरस संक्रमण से संक्रमित बच्चे और अनाथ हुए बच्चों को आर्थिक सहायता दी जाती है। इसके अलावा उन्हें कई और प्रकार की सुविधा दी जाती है। जैसे की निशुल्क शिक्षा, भरण पोषण की सामग्री, रहन-सहन की व्यवस्था, चिकित्सा सुविधा, स्नातक की पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता भी दी जाती है। आज हम आपको अपने इस पोस्ट में छत्तीसगढ़ परवरिश योजना से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी बताने वाले हैं। अगर आप भी इस योजना से जुड़ी जानकारी पाना चाहते हैं तो हमारे इस पोस्ट को पूरा पढ़ें।

 

चंडीगढ़ परवरिश योजना

 

Chandigarh parvarish  Yojana चंडीगढ़ सरकार ने अपने प्रदेश में कोविद-19 के कारण अनाथ हुए बच्चों के हित में चंडीगढ़ परवरिश योजना शुरू की है। यह योजना अनाथ बच्चों को शिक्षा चिकित्सा से लेकर भरण पोषण तक की सभी सुविधा देती है।  साथी सरकार द्वारा प्रत्येक बच्चे के नाम पर ₹300000 का फिक्स्ड डिपॉजिट भी किया जाता है। जो उन्हें 21 वर्ष की आयु पूरी होने के बाद दिया जाएगा।

 

इसके अलावा  कोविद-19 के कारण अनाथ हुए बच्चों के पास रहने के लिए जगह नहीं है उन्हें विभिन्न संस्थाओं में रहने के लिए भी भर्ती कराया जाता है। यानी यह योजना एक तरह से कोविद-19 के कारण अनाथ हुए बच्चों की परवरिश करने के लिए शुरू की गई है। इस योजना के माध्यम से बच्चों की शिक्षा चिकित्सा एवं पालन पोषण में आने वाले सभी खर्च प्रशासन के समाज कल्याण विभाग द्वारा किया जाता है। छत्तीसगढ़ परवरिश योजना के तहत आवेदन ऑनलाइन के माध्यम से कर सकते हैं और आवेदन की स्वीकृति SDO के माध्यम से दी जाती है।

 

चंडीगढ़ परवरिश योजना के तहत अब तक 270 अनाथ बच्चों की वेरीफाई की गई है

 

Chandigarh parvarish  Yojana के तहत करोड़ों हम आकरी के दौरान अपने माता-पिता को को देने वाले 270 बच्चों की वेरीफाई की गई है। जिनका विभाग के द्वारा लाभ देने के लिए रजिस्ट्रेशन कर दिया गया है। इन बच्चों में से 12 बच्चे पूरी तरह से अनाथ हैं जबकि 154 बच्चे ऐसे जिनके मन या पिता में से किसी एक ही करोड़ों वायरस संक्रमण के कारण मृत्यु हो चुकी है। इन बच्चों को चंडीगढ़ परदेसी योजना के तहत हर महीने₹2500 से लेकर ₹5000 तक की वित्तीय सहायता दी जाती है। चंडीगढ़ प्रशासन के सोशल वेलफेयर विभाग द्वारा 154 बच्चों को 53 लख रुपए की राशि जारी कर दी गई है। जल्दी डिप्लोमा डिग्री की पढ़ाई कर रहे बच्चों के लिए विधान राशि जारी कर दी जाएगी ताकि उनकी पढ़ाई में किसी भी तरह की कोई रुकावट ना है।

 

चंडीगढ़ परदेसी योजना का उद्देश्य

 

Chandigarh parvarish  Yojana
Chandigarh parvarish  Yojana

Chandigarh parvarish Yojana का मुख्य उद्देश्य कोरोनावायरस संक्रमण के कारण अपने माता-पिता दोनों को यह किसी एक को गांव चुके अनाथ बच्चों की परवरिश करना है। जिसके लिए सरकार द्वारा अनाथ बच्चों के भरण पोषण शिक्षा रहना ना खाना चिकित्सा सुविधा बीमा सुविधा और मूलभूत जरूरत को पूरा करने के लिए सहायता दी जा रही है। यह योजना अनाथ बच्चों का समग्र विकास सुनिश्चित करेगी जिससे उनका भविष्य उज्जवल बनेगा। चंडीगढ़ परवरिश योजना का सुचारू रूप से संचालन समाज कल्याण विभाग द्वारा किया जाता है। चंडीगढ़ सरकार की इस योजना को शुरू करने की अद्भुत पहला प्रदेश के हजारों अनाथ बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल बना रहा है और उन्हें भी अन्य बच्चों की तरह जीवन यापन करने में मदद मिल रही है।

 

सांसद आदर्श ग्राम योजना ऑनलाइन आवेदन करने की प्रक्रिया

 

चंडीगढ़ परवरिश योजना के तहत शामिल बच्चों की कैटेगरी।

 

इस योजना में आवेदकनाथ बच्चों को चार श्रेणी में बांटा गया है जिसके आधार पर उन्हें आर्थिक सहायता दी जाती है।

पहले श्रेणी वह बच्चे जिन्हें कोविद-19 के दौरान अपने माता-पिता में से किसी एक को गवा दिया है और जीवित माता-पिता ने बच्चों को सरेंडर कर दिया है।

पात्रता- आवेदक चंडीगढ़ का स्थाई निवासी होना चाहिए आवेदक की 18 वर्ष से कम होनी चाहिए। जिन बच्चों के पास बर्थ प्रूफ नहीं है अधिनियम 2015 के अनुसार उन बच्चों की उम्र निर्धारित होनी चाहिए। वह बच्चे जो केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के निवासी नहीं है उन्हें किशोर न्याय के अनुसार मूल राज्य में स्थानांतरित किया जाएगा।

आर्थिक मदद- इस योजना के तहत 60 दिन के अंदर ही बच्चों के नाम पर 3 लाख की डिपॉजिट की जाएगी। जिनकी राशि उन्हें 21 वर्ष की आयु पूरा करने के बाद दी जाएगी। अगर बच्चों को परिवार आधारित देखभाल के लिए रखा जाता है तो यह राशि नहीं दी जाएगी और उनके गुप्त नेता की रक्षा के लिए विभाग के बैंक खाते में जमा की जाएगी।

शैक्षणिक लाभ- बच्चों की देखभाल संस्था मैं भारती बच्चों को किशोर न्याय अधिनियम 2015 के तहत शैक्षणिक संस्थाओं और व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में नामांकित किया जाएगा। समाज कल्याण विभाग चंडीगढ़ बच्चों की शैक्षणिक और व्यावसायिक जरूरत को पूरा करने का खर्च उठेगी।

 

दूसरी श्रेणी – में कोविद-19 के दौरान जिन बच्चों ने अपने माता-पिता दोनों को खो दिया है और अब विस्तारित परिवार या अभिभावक के पास रह रहे हैं।

पात्रता- आवेदक को चंडीगढ़ का स्थाई निवासी होना अनिवार्य आवेदक बच्चों की उम्र 18 वर्ष से कम कम होनी चाहिए। माता-पिता दोनों की मृत्यु कोरोनावायरस संक्रमण के कारण हुई हो ।

आर्थिक मदद- इस योजना के तहत आवेदक बच्चों को उनकी आवश्यकताओं को पर टीआई एवं पोषण संबंधित जरूरत को पूरा करने के लिए₹5000 दिए जाएंगे। यदि बच्चा 18 साल का हो गया है और वह बेरोजगार है तो ऐसी स्थिति में उनकी उम्र 21 वर्ष तक। यानी ₹5000 की आर्थिक मदद का लाभ दिया जाएगा।

शैक्षणिक लाभ – बच्चों को केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के सरकारी स्कूल में निशुल्क शिक्षा दी जाएगी। किसी भी मान्यता प्राप्त संस्था से एक वर्ष का डिप्लोमा करने के लिए पत्र बच्चों को₹25000 दिए जाएंगे। किसी भी मान्यता प्राप्त संस्था से त्रिवर्षीय स्नातक डिग्री करने के लिए बच्चों को ₹50000 तक दिए जाएंगे। मान्यता प्राप्त संस्थान से वेबसाइट डिग्री प्राप्त करने के लिए ₹100000 तक दिए जाएंगे।

 

तृतीय श्रेणी- प्रदेश के वह बच्चे जिनके माता-पिता में से किसी एक का देहांत कोरोनावायरस संक्रमण के दौरान हो गया है और अब वह अपने जीवित माता या पिता के साथ विस्तारित Parivar   के साथ रह रहे हैं।

उन्हें भी इन सभी योजना का लाभ दिया जाएगा।

चौथी श्रेणी –वह बच्चे जो खुद को पॉजिटिव है उन्हें भी इस योजना का लाभ दिया जाएगा।

 

छत्तीसगढ़ परिवेश योजना का लाभ।

इस योजना का लाभ उन बच्चों को दिया जाएगा जो कोविद-19 के कारण अनाथ हो गए हैं।

चंडीगढ़ परवरिश योजना के माध्यम से अनाथ बच्चों के शिक्षा चिकित्सा और पालन पोषण संबंधी सभी खर्च उठाएंगे।

सरकार द्वारा इस योजना के तहत पात्र बच्चों के नाम 3 लख रुपए की फीस डिपॉजिट एचडी भी करवाई जाएगी जो उन्हें 21 वर्ष की आयु पूरी हो जाने के बाद दी जाएगी।

18 वर्ष की आयु के बाद डिप्लोमा कोर्स या ग्रेजुएट या वेबसाइट डिग्री करने पर उन्हें सरकार की तरफ से वित्तीय सहायता दी जाएगी।

इस योजना का लाभ बच्चों को प्राप्त करने के लिए 6 साल से 18 साल के बीच होना चाहिए।

छत्तीसगढ़ परवरिश योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया रखी गई है आवेदक के आवेदन को स्वीकृति एसडीओ द्वारा दी जाएगी।

 

परवरिश योजना चंडीगढ़ के तहत पात्रता।

एड्स रोग से ग्रस्त बच्चों को इस योजना का लाभ दिया जाएगा चाहे उनके परिवार बीपीएल कार्ड धारक हो या ना हो।

एड्स वशिष्ठ रोग के चलते 40% तक के विकलांगता के शिकार माता-पिता के बच्चे भी इस योजना का लाभ ले सकते हैं।

इसके अलावा बेसहारा अनाथ बच्चे जो अपने रिश्तेदार के पास रह रहे हैं वह बच्चे भी इस योजना का लाभ ले पाएंगे।

 

छत्तीसगढ़ परवरिश योजना के तहत आवेदन करने की प्रक्रिया।

सबसे पहले आवेदक को समाज कल्याण विभाग महिला एवं बाल विकास चंडीगढ़ पर शासन की ऑफिशल वेबसाइट पर जाना होगा।

इसके बाद आपके सामने Website  का Home Page Open Hoga

वेबसाइट के होम पेज पर आपको लाभार्थी में आवेदन फार्म के लिंक पर क्लिक करना है।

अब आपके सामने पीडीएफ फॉर्मेट में आवेदन फार्म खुलकर आएगा जिसे आपको डाउनलोड करके उसको प्रिंट निकाल लेना है।

इस फोन में पूछी गई सभी महत्वपूर्ण जानकारी को भरकर सभी आवेदक दस्तावेज को फॉर्म के साथ अटैच कर दें।

अब आपको यह आवेदन फार्म अपने नजदीकी आंगनवाड़ी में जाकर जमा करना है यह फॉर्म एसडीपीओ कार्यालय में भी जमा कर सकते हैं।

इस तरह से आप बड़ी ही आसानी से इस योजना में आवेदन कर पाएंगे।

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